Movie/Album: ढोल (2007)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: सुनिधि चौहान, आकृति कक्कड़
ये अंधेरा जब-जब भी हुआ
कोई होगा तभी हादसा
है हादसा इक डर की सदा
किसी सहमी हुई याद सा
ये अंधेरा जब-जब भी...
दिलबर ना, दिलबर ना
तू ना, तू ना जागा बाना
दिलबर ना, दिलबर ना
होने दे ना हादसा
दिलबर ना, दिलबर ना
तू ना, तू ना जागा बाना
होने ना दे ना गर आबाद सा
थोड़े थोड़े अंधेरे, थोड़े थोड़े उजाले
थोड़े थोड़े ज़िन्दगी पे आये साये काले
ना जीना ना डर-डर के यहाँ
ना तू होने दे ना ये ख़ता
ये अंधेरा जब-जब भी बढ़ा
कोई होता तभी लापता
दिलबर ना...
बीते न ये बिताये, लम्बी-लम्बी सी रातें
कैसे खतरों की सोचो होंगी बातें
ना बोलो ना, अब कुछ भी ज़रा
देखो कोई खोले ना ज़ुबाँ
हो जाने दे इस पल को यहाँ
कोई भूली हुई दास्ताँ
दिलबर ना...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: सुनिधि चौहान, आकृति कक्कड़
ये अंधेरा जब-जब भी हुआ
कोई होगा तभी हादसा
है हादसा इक डर की सदा
किसी सहमी हुई याद सा
ये अंधेरा जब-जब भी...
दिलबर ना, दिलबर ना
तू ना, तू ना जागा बाना
दिलबर ना, दिलबर ना
होने दे ना हादसा
दिलबर ना, दिलबर ना
तू ना, तू ना जागा बाना
होने ना दे ना गर आबाद सा
थोड़े थोड़े अंधेरे, थोड़े थोड़े उजाले
थोड़े थोड़े ज़िन्दगी पे आये साये काले
ना जीना ना डर-डर के यहाँ
ना तू होने दे ना ये ख़ता
ये अंधेरा जब-जब भी बढ़ा
कोई होता तभी लापता
दिलबर ना...
बीते न ये बिताये, लम्बी-लम्बी सी रातें
कैसे खतरों की सोचो होंगी बातें
ना बोलो ना, अब कुछ भी ज़रा
देखो कोई खोले ना ज़ुबाँ
हो जाने दे इस पल को यहाँ
कोई भूली हुई दास्ताँ
दिलबर ना...
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